ऐ भई !
भोर हो गई
नींद से जगो
डुगडुगी बज रही है
बाबा का मॉल खुला है
हर माल ले लो सिर्फ सौ रूपये में
अंजन आंखों के लिए
मंजन दांतों के लिए
तेल मसाज के लिए
चूरन हाजमे के लिए ।
हमारे बाबा ऑल-इन-वन हैं
गुरू-बापू-स्वामी-अम्मा
हरफनमौला और मस्तमौला-
बंदर के करतब सिखाते हैं
सस्ता लंगर खिलाते हैं
जनरल नॉलिज की अटपटी बातें बताते हैं
चटपटे जोक्स सुनाते हैं
सेहत के लिए खूब हँसाते हैं
और कभी-कभार जादू भी दिखाते हैं।
वे कमाल है
असंख्य श्री के सरनेम वाली
महान आत्मा हैं
उनमें कई आत्माएं हैं
दशानन की तरह
उनके कई मुखौटे हैं
सर्कस का मदारी
मंदिर का पुजारी
दुकान का पंसारी
धंधे का व्यापारी
…………
…………..
पर बरखुरदार , खबरदार !
मॉल के बाहर ही खड़े रहना
स्मॉल लोगों का
अंदर आना मना है
आज विशेष योग-कक्षा चल रही है
नेताओं और अभिनेताओं के लिए
डॉक्टर और इंजीनियरों के लिए।
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the real picture of so called
ReplyDeletedarmadhikari