जरूरी है
किताबें पढना
जानने के लिए
लिखने का ढंग
पर सीखने के लिए तो
खुद को ही
लिखना पड़ेगा ,
वाह-वाह करते हुए
तालियां बजाने में
आनंद तो मिलता है
पर अपनी घुटी भांग
पीने का मजा ही
कुछ और है ,
टीवी पर
कलकत्ता मे खेले जा रहे
क्रिकेट मैच
देखने से
कहीं बेहतर है
अपनी गली में
क्रिकेट मैच खेलना ।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Va ji va
ReplyDelete