Tuesday, February 22, 2011

सक्रियता

जरूरी है
किताबें पढना
जानने के लिए
लिखने का ढंग
पर सीखने के लिए तो
खुद को ही
लिखना पड़ेगा ,
वाह-वाह करते हुए
तालियां बजाने में
आनंद तो मिलता है
पर अपनी घुटी भांग
पीने का मजा ही
कुछ और है ,
टीवी पर
कलकत्‍ता मे खेले जा रहे
क्रिकेट मैच
देखने से
कहीं बेहतर है
अपनी गली में
क्रिकेट मैच खेलना ।

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