Thursday, February 17, 2011

सिस्‍टम बड़ा है व्‍यक्ति से

इंदिरा जी जब गुजरीं
सन चौरासी में
तो लगा झटका
इंडिया को
पर सब संभल गया
जल्‍द ही
और
देश बढ़िया चल रहा है
इतने बरसों से ।

लोग आते हैं , लोग जाते है
दुनिया चलती रहती है
किसी के चले जाने से
दुनिया नहीं थमती है
फिर भी न जाने क्‍यूं
लगता है उनको डर
‘ मेरे जाने के बाद क्‍या होगा ’
उस सरकारी मशीन का
जिसका वह सिर्फ इक पुर्जा थे
और शेल्‍फ लाइफ गुजरने के बाद
उन्‍हें आज रिटायर कर दिया गया ।

कब्रिस्‍तान भरे पड़े हैं
इतिहास रचने वाले लोगों से
जिन्‍हें हम सलाम तो करते हैं
पर दुनिया का काम तो
आज, हम ही करते है ।

सूरज उगने पर ही मुर्गा बांग देता है
मुर्गे के बांग देने से सूरज नहीं उगता
इंदिरा इंडिया नहीं थी
इंडिया इंदिरा नहीं है ।

2 comments:

  1. बिल्कुल सही बात ..किसी के न रहने पर भी काम होता ही रहता है ...सटीक अभिव्यक्ति

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