वह बहुत जिद्दी है
अक्सर रूठ जाता है
ग़ुस्सा भी हो जाता है
पर चंद मिनटों में
खुद ही मान जाता है
खिलौनों से खेलते हुए
खुले दिल से हंसता है
उसकी अपनी ही भाषा है
हू- भौं की आवाजें करता है
मैं समझ नहीं पाता
उसकी सारी बातें
पर खूब ऊर्जा मिलती है
उस नन्हें बालक से
वो मेरा नया दोस्त है
वह मुझे परखता नहीं हैं !
अक्सर रूठ जाता है
ग़ुस्सा भी हो जाता है
पर चंद मिनटों में
खुद ही मान जाता है
खिलौनों से खेलते हुए
खुले दिल से हंसता है
उसकी अपनी ही भाषा है
हू- भौं की आवाजें करता है
मैं समझ नहीं पाता
उसकी सारी बातें
पर खूब ऊर्जा मिलती है
उस नन्हें बालक से
वो मेरा नया दोस्त है
वह मुझे परखता नहीं हैं !
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