बैठी है वो अनशन पर
पिछले बारह सालों से
खिलाफत में
उस काले कानून के
जिसकी आड़ में
दुनिया के सबसे बड़े
लोकतंत्र की सरकार
करा देती है कत्ल
स्वदेशी सेना से
अपने ही लोगों का
बहरे कान सिर्फ सुनते ही नहीं
उन पर पर जूं भी नहीं रेंगती
हे बापू ।
उन्हें माफ करना
वो नहीं जानते
वो क्या कर रहें हैं
वो बेशर्म और चालू हैं
फोटो लगाकर आपकी
बस करेंसी चला रहें हैं
सत्य और अहिंसा का
जमकर मजाक उड़ा रहे हैं ,
एक और विनती है
हिम्मत देना अपनी
इरोम जैसे आम लोगों को
जो संघर्षरत हैं
अंधेरे के खिलाफ
दीप जलाने को
अमन व भाईचारे का ।
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