Friday, June 3, 2011

संघर्ष

सच के लिए वही मर सकते हैं
सच के लिए वही लड़ सकते हैं
सच के लिए वही अड़ सकते हैं
जो सच बोलते हैं , सच सुनते हैं
जो सच जानते हैं , सच जीते हैं
सत्‍य के लिए आग्रह तो जरूरी है
पूर्वाग्रहों से मुक्ति भी हमें पानी है
सियासती खेल मत बनाना वरना
प्रदर्शन बन कर रह जाऐगा धरना !

3 comments:

  1. वाकई समस्‍त पूर्वाग्रहों से मुक्‍ि‍त पानी जरूरी है। वैसे ये शब्‍द गलत है 'सत्‍याग्रह' सत्‍य का कोई आग्रह नहीं होता...

    ReplyDelete
  2. सच कहा आपने । सत्‍य स्‍वत: प्रकट होता है। आग्रह और सच बेमेल लगते है ।

    ReplyDelete
  3. To be truthful is very difficult to live with, but I found you are, from your very center to your periphery

    ReplyDelete